राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर जागरूकता रथ रवाना, “देखे, साफ करें, ढकें” थीम पर हुआ आयोजन
Awareness chariot flagged off on National Dengue Day, event organised on theme “See, Clean, Cover”

बेमेतरा। राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर आज जिले भर में जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस वर्ष डेंगू दिवस की थीम “देखे, साफ करें, ढकें-डेंगू को हराने का उपाय करें” रखी गई, जिसका उद्देश्य डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी की रोकथाम और बचाव के प्रति आमजन में जागरूकता फैलाना है। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सहित सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यशवंत कुमार ध्रुव एवं जिला नोडल अधिकारी सह-जिला स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
रथ के माध्यम से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू से बचाव संबंधी संदेश प्रसारित किए जाएंगे। डेंगू एक वायरल बीमारी है जो संक्रमित मादा एडिस मच्छर के काटने से फैलती है। यह मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपता है। इसके प्रमुख लक्षणों में अचानक तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, उल्टी, आंखों के पीछे दर्द, और नाक-मसूढ़ों से खून आना शामिल हैं। लक्षण दिखने पर मरीज को तुरंत जांच कराकर समुचित इलाज लेना चाहिए। डेंगू की जांच और उपचार की सुविधा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं जिला चिकित्सालय में निःशुल्क उपलब्ध है। कार्यक्रम में बताया गया कि डेंगू के लिए अभी तक कोई विशिष्ट दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। बुखार होने पर केवल पैरासिटामोल का सेवन करें, जबकि एत्त्प्रीन या ईबुब्रेफेन का उपयोग बिना चिकित्सकीय सलाह के न करें।
सभी रोगियों को प्लेटलेट्स की आवश्यकता नहीं पड़ती, यह एक भ्रांति है। डेंगू नियंत्रण हेतु जनसहभागिता पर जोर देते हुए मच्छरों के प्रजनन स्रोतों को खत्म करने के उपायों जैसे-जमे हुए पानी में मिट्टी का तेल या जला हुआ मोबिल ऑयल डालना, घर के आसपास पानी जमा न होने देना, कूलर की सफाई, टायर व पुराने बर्तनों में जमा पानी हटाना, तथा मच्छरदानी का उपयोग करने की अपील की गई। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री लता बंजारे, व्ही.बी.डी. पर्यवेक्षक श्री गुलाबचंद साहू सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। डेंगू को हराने के लिए जन सहयोग आवश्यक है-“देखे, साफ करें, ढकें”-यही संदेश इस आयोजन के माध्यम से आमजन को दिया गया।