समोसा खाने से बच्चे को होने लगी उल्टियां, देखा तो निकली छिपकली, होटल का लाइसेंस निरस्त

The child started vomiting after eating samosa, when looked at it, it turned out to be a lizard, the hotel's license was cancelled

समोसा खाने से बच्चे को होने लगी उल्टियां, देखा तो निकली छिपकली, होटल का लाइसेंस निरस्त

रीवा: शहर में 5 साल के बच्चे की समोसा खाने के बाद तबीयत बिगड़ गई। इस समोसे में मरी छिपकली थी, जिसे खाने के बाद उसे उल्टियां शुरू हो गई और पेट में दर्द होने लगा। मामला गत गुरुवार 7 नवंबर की रात का है। परिजनों ने उसे संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया।

डॉक्टर के अनुसार बच्चा अभी ठीक है। उसे एहतियात के तौर पर आईसीयू में रखा गया है। परिजन ने गत गुरुवार को ही पुलिस से शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस की टीम अस्पताल पहुंची। यहां बच्चों के परिजनों ने पुलिस को फोटो और वीडियो सौंपे। शुक्रवार को खाद्य विभाग ने होटल पहुंचकर जांच की। इसके बाद उसका लाइसेंस सस्पेंड कर दिया।

समोसे में मिले छिपकली का सिर और आंखें

5 साल के श्रेयांस शर्मा ने एक होटल से समोसा खरीदा। आधा समोसा खाने के बाद उसे कुछ अजीब स्वाद लगा। फिर बच्चे ने जब ध्यान दिया तो उसमें छिपकली का सिर और आंखें नजर आई। इसके बाद उसे तकलीफ होना शुरू हो गई। तब बच्चे और उसके परिजन को इसका पता चला।

परिजन ने दिया सबूत

बच्चे के परिजन सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि बच्चे को भूख लगी तो उसे मेरे भतीजे ने सुरेश कुशवाहा के होटल से समोसा और जलेबी दिलाई और आधा खाने के बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद हमने प्रमाण के तौर पर वीडियो-फोटो लिए।

उल्टियां होना फायदेमंद

सीएमओ डॉ. यत्नेश त्रिपाठी ने बताया कि छिपकली वाला समोसा खाने के बाद बच्चे को लगातार उल्टियां होना फायदेमंद रहा। उसे रात में सोने नहीं दिया ताकि उल्टियां होती रहीं। बच्चे को आईसीयू वार्ड में ऑब्जर्वेशन पर रखा है अभी हालत स्थिर है उम्मीद है कि वह जल्दी ठीक हो जाएगा।

होटल का लाइसेंस निलंबित

खाद्य विभाग के अधिकारी अमरीश दुबे ने बताया कि समोसे में छिपकली मिलने की शिकायत के बाद हमने होटल का निरीक्षण किया। मौके पर साफ-सफाई नहीं मिली। फिलहाल, लाइसेंस निलंबित कर होटल को बंद करवा दिया गया है, कार्रवाई कर रहे हैं।

शिकायत प्राप्त होने के साथ दर्ज होगा मामला

टीआई कमलेश साहू ने बताया कि संबंधित फोटो-वीडियो मिले हैं। अभी तक परिजन अस्पताल में ही हैं। लिखित शिकायत मिलते ही मामला दर्ज किया जाएगा।